/*COPYT SCRIPT CSS STYLE*/ .sayari{float:none;position:relative;width:100%;max-width:100%;display:inline-block;height:auto;box-sizing:content-box;margin-bottom:10px} .sayari:nth-child(odd){clear:both} .sayari-box p{padding:10px 10px;font-size:20px;font-weight:bold;line-height:24px} .sayari-box{padding:14px 0 0 0;margin:16px 0;background:#fff;border-bottom:10px solid #6a1b9a;color:#000;border-radius:7px;box-shadow:0 1px 5px 1px rgba(0,0,0,0.32)} .copy-box{display:block;position:relative;padding:20px 0;display:flex;justify-content:space-between;align-content:center;align-items:center} .copy-box span{text-align:center;display:flex;justify-content:center;align-items:center;width:100%;margin:0 2%;cursor:pointer} .copy-box span:hover{background:#311b92;transition:0.8s ease-in-out} .copy-box span i{font-size:20px;padding-right:7px} .shareme{padding:4px;background:green;color:#fff;border-radius:3px} .copyme{padding:4px;background:#6a1b9a;color:#fff;border-radius:3px} @media screen and (max-width:700px){ .sayari{float:none;max-width:100%;box-sizing:border-box;margin-bottom:15px} .sayari-box{margin:0 auto} .post-body{padding:12px}

Essay On Unemployment In Hindi - बेरोजगारी पर निबंध

Essay On Unemployment In Hindi - बेरोजगारी पर निबंध {2022}

बेरोजगारी एक समस्या निबंध 250 शब्द 

भारत जो को विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्रिक देश में से एक हैं, भारत वर्ष 1947 को अंग्रेजो की गुलामी के जंजीरों से आजाद हुआ था। इतने वर्ष आजाद होने के बाद पश्चात भी भारत आज कई समस्या से जूझ रहा है।

भारत में कई समस्या है, जैसे - भुखमरी, गरीबी, चोरी इत्यादि समस्या है। इन सभी समस्या कहीं न कहीं से अपना संबंध बेरोजगारी से रखते हैं। बेरोजगारी एक ऐसी स्थिति होती है। जिसमे किसी व्यक्ति के पास उचित कौशल होने के बावजूद भी उस व्यक्ति को किसी प्रकार का काम नहीं मिल पाता है।

बेरोजगारी किसी भी देश का ऐसा दीमक होता है, जो अंदर ही अंदर उस देश को खोखला बनाते रहता है।भारत में बरोजगारी के अनेकों कारण है, जो कि निम्न प्रकार के है।

बढ़ती जनसंख्या के कारण 

हमारे देश में जनसंख्या का लगातार बढ़ना बेरोजगारी का बहुत बड़ा कारण है। जिस हिसाब से लगातार जनसंख्या बढ़ते जा रही है, उस हिसाब से लोगो को नौकरी नहीं मिल रही हैं। जिसके कारण लोगो को बेरोजगार होना पड़ रहा है। सरकार ने जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए काफी सारे प्रयास किए लेकिन यह सब प्रयास भी विफल रहे।

शिक्षा का अभाव - Lack Of Educated Workforce


भारत में काफी भारी संख्या में मजदूर पाए जाते है, परंतु इनमें से अधिक मजदूर के पास किसी भी प्रकार का कौशल नहीं होता है। जिसके कारण उन्हें किसी भी कार्यस्थल पर नौकरी को लेना काफी मुश्किल हो जाता है।

इसके लिए हमारे भारत सरकार ने कौशल विकाश परियोजना को लागू किया है, जिसमे किसी कारखाने में होने वाले अनेक कार्य का लोगो को शिक्षा दिया जाता हैं।

उद्योगिकी क्षेत्र में धीमी वृद्धि

भारत में होने वाले उदयोगिक गतिविधियां काफी धीमी गति से वृद्धि हो रही है। इसके साथ ही कई ऐसी कारखाने है, जो लगातार अपना व्यापार बन्द करते का रहे है। जिससे उसमे काम करने वाले व्यक्ति बेरोजगार हो जा रहे हैं.

निष्कर्ष 

भारत में बेरोजागारी तो बहुत अधिक है, लेकिन धीरे धीरे भारत बेरोजगारी जैसे समस्या से अपने आपको निकाल रहा है. भारत में बहुत सारे विदेशी निवेश भी आ रहे है, जिनसे लोगो को अब बेरोजगार नहीं होना पद रहा हैं. जल्द ही भारत एक एसा देश बनकर उभरेगा जिसका पूरा विश्व पर में दबदबा होगा 

बेरोजगारी पर निबंध पर 300 शब्द

बेरोजगारी एक ऐसा दीमक की तरह होता है, जो कि हमारे देश को अंदर ही अंदर खोखला कर रही है। इसमें व्यक्ति के साथ ही उसके पूरे परिवार भी इससे प्रभावित होते हैं। बेरोजगारी के बढ़ने के बहुत सारे कारक होते है। जिसके बारे में हमने नीचे व्याख्या की है साथ ही बेरोजगारी को रोकने के लिए सुझाव को भी दिया गया है। 

भारत में बेरोजगारी को बढ़ाने के कारण

जनसंख्या में वृद्धि

भारत में इस समय बहुत तेजी से जनसंख्या बढ़ रही है। यह बेरोजगारी को बढ़ाने में काफी मदद करता है। इसलिए हमे जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करना चाहिए।

शिक्षा का अभाव

हमारा शिक्षा प्रणाली उतना मजबूत नहीं होता है। भारत में आज भी बच्चो को सिद्धांतिक पहलुओं पर यह केन्द्रित है। इसके बाजये हमे बच्चो को जितना हो सके उतना ही प्रैक्टिकल ज्ञान को देने का प्रयास करना का चाहिए।

देश का मंदा विकास

भारत आज भी एक विकाशिल देश है। इसके चलते अभी भारत को अधिक विकास करना है, जिसके बावजूद भी भारत अच्छे से विकाश नहीं कर पा रहा है।

इसके लिए हमारे सरकार को अच्छी नीतियां और अच्छे कानून कंपनियों के लिए बनाना जाना चाहिए। ताकि ज्यादा से ज्यादा कंपनी भारत में खुले और भारत वासियों को रोजगार का अवसर मिल सके।

उद्योगिक क्षेत्र में धीमी वृद्धि

भारत में उद्योगीक क्षेत्र में धीमी गति से वृद्धि हो रही है, जो को हमारे देश में बेरोजगारी बढ़ाने का एक बहुत बड़ा कारण है। क्योंकि उद्याेगिक क्षेत्र में सबसे ज्यादा नौकरी मिलती है।

इसके लिए हमारे उद्योगिक क्षेत्र में आने वाले प्रत्येक कंपनी व अन्य चीजों पर सरकार को अच्छी नीतियां बनाना चाहिए तथा इन क्षेत्र में आने वाले कंपनियों को कुछ सबसिडी भी देना चाहिए, ताकि इन्हे वृद्धि करने में मदद मिल सके।


मौसमी व्यवसाय 

मौसमी व्यस्या में अधितर लोग कृषि से जुड़े हुए है, जिनसे वह अपना गुजारा करते हैं। परंतु मौसमी व्यवस्या में होने वाले कृषि साल में एक निश्चित समय पर किया जाता है। जिससे केवल किसान को उस समय ही रोजगार मिल पाता है।

निष्कर्ष

भारत में बेरोजगारी तो बढ़ते जा रही है परन्तु ऐसे बिल्कुल भी नहीं है कि हमारी सरकार कुछ नहीं कर रही हैं। हमारी सरकार के बहुत सारे योजनाएं आने के बावजूद भी वह योजनाएं देश के युवा को रोजगार दिलाने में असमर्थ हैं। 

भारत में बेरोजगारी और इसके परिमाण पर निबंध 400 शब्द

बेरोजगारी एक काफी गंभीर मुद्दा है। बेरोजगारी बढ़ने के बहुत सारे कारक होते हैं। इनमे से कुछ कारक इस प्रकार है - बढ़ती जनसंख्या, स्किल की कमी, रोजगार के अवसरों में कमी, उचित शिक्षा की कमी जैसे अन्य कारक भी शामिल है।

भारत में बेरोजगारी के आंकड़े

भारतीय श्रम और रोजगार मंत्रालय के पास ही बेरोजगारी से संबंधित आंकड़े होते है। बेरोजगार व्यक्ति उस व्यक्ति को कहां जाता है, जिसे पूरे वर्ष में 365 दिनों में प्रयाप्त कार्य करने को नहीं मिला। 

भारत में बेरोजगारी की औसत दर वर्ष 1983 से 2013 के बीच 7.32% थी, जिसके साथ ही इन वर्षों में सर्वाधिक दर 9.40% थी। इस दौरान यह वर्ष 2013 में सबसे कम 4.90% दर्ज की गई। हालांकि, कुछ समय पहले आय कोरोना वायरस के कारण बेरोजगारी में काफी उछाल मिला है।


बेरोजगारी के परिमाण

बेरोजगारी में किसी एक व्यक्ति को ही नुकसान नहीं उठाना पड़ता है, बल्कि यह पूरे समाज को प्रभावित करता है, जो निम्न प्रकार के है।

गरीबी में वृद्धि

बेरोजगारी एक ऐसी स्तिथि होते है, जहां पर उसे किसी भी प्रकार का कार्य को करने के लिए नहीं मिलता। जिसके बाद उस व्यक्ति को खाने और अन्य जीवनशैली को करने के लिए प्रयाप्त धन नहीं मिल पाता है, जिससे कि बेरोजगारी बढ़ती है।

बेरोजगारी से अपराध में वृद्धि

जब व्यक्ति को रोजगार नहीं मिल पाता है तो वह अपने भूखे पेट का पालन पोषण करने के लिए अपराध का रास्ता अपनाता है, क्योंकि यह काफी सरल रास्ता हैं। इसलिए दिन प्रतिदिन अपराध भी बढ़ते जा रही है।

मानसिक स्वास्थ्य का असंतुलित होना 

जब किसी व्यक्ति को रोजगार नहीं मिल पाता है, तो उसके सिर में हमेशा अपने बच्चो और अपने परिवार में रहने वाले सदस्य का पेट भरने की चिंता रहती हैं। ज्यादा सोचने के कारण कभी कभी व्यक्ति अपना मानसिक संतुलन खो देता है।

बेरोजगारी को रोकने के लिए सरकार की पहल - 

भारत में बेरोजगारी को रोकने के लिए बहुत सारे योजनाएं को निरन्तर सरकार के द्वारा चलाए जा रहे है। जो कि कुछ इस प्रकार हैं।

महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम - MNREGA

इस स्कीम को वर्ष 2005 में लॉन्च किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को रोजगार देना। इसमें सरकार के द्वारा 100 दिन का रोजगार मिलता है। अगर 15 दिनों के अंदर मजदूर को की किस योजना के अंदर आता है, उस सरकार कोई काम नहीं दिलवा पाती हैं, तो बेरोजगार व्यक्ति सरकार के द्वारा भत्ता दिया जाता है।

कौशल विकास परियोजना 

भारत में बेरोजगारी का सबसे बड़ा कारण व्यक्ति में किसी प्रकार के कौशल न होना ही है। जिसके कारण ही भारत सरकार के द्वारा परियोजना है, जिसका मुख्य उद्देश्य कारखानों और अन्य इंडस्ट्री में जो काम होते है उसकी ट्रेनिंग लोगो को देना। जिससे लोग किसी भी इंडस्ट्री में काम करने लायक बन सके।

निष्कर्ष 

भारत में बेरोजगारी से बहुत सारे समस्या उत्पन्न हुई है, जिसे सरकार डटकर सामना कर रही है. लेकिन अभी के बेरोजगारी के कारण बेरोजगार युवक अधिक परेसान रहता है लेकिन इतने तमाम समस्या के बावजूद आज भारत लगातार अपने आर्थिक गतिविधियों को सुधरने में लगा हुआ है. और वह दिन दूर नहीं जब भारत पुरे विश्वगुरु के तौर पर पुरे विश्व भर में राज करेगा.

Essay On Unemployment In Hindi 10 Line - बेरोजगारी पर निबंध 10 Line

  1. बेरोजगारी एक ऐसी स्तिथि होती है, जिसमे व्यक्ति के पास किसी भी प्रकार का कार्य नहीं होता हैं.
  2. बेरोजगारी किसी भी देश के लिए एक दीमक के सामान होता है, जो की उसे अन्दर से ही खोखला बनता हैं.
  3. बेरोजगारी के अनेक कारण है, जैसे बढ़ती जनसँख्या, शिक्षा का आभाव तथा देश का मंदा विकाश भी हो सकता हैं.
  4. बेरोजगारी की बढ़ने में सबसे अधिक जनसँख्या और अकुशल व्यक्ति का योगदान होता हैं.
  5. बेरोजगारी के बढ़ने के कारण अपराध, चोरी, डकैती और इसके जैसे अन्य कई समस्या पैदा होती हैं.
  6. बेरोजगारी में बेरोजगार युवा अपने परिवार का पालन पोषण के बारे में चिंतित रहता है. जिसके कारण उसे मानसिक समस्या भी हो सकती हैं.
  7. भारत में बेरोजगारी को रोकने के लिए अनेक सरकार के द्वारा कार्य को किये जा रहे हैं.
  8. सरकार के द्वारा अलग अलग प्रकार के योजना को लाया गया हैं. जिससे बेरोजगारी को काफी हद तक नियंत्रण किया गया हैं.
  9. इनमे से कौशल विकाश योजना, प्रधान मंत्री स्वरोजगार योजना जैसे कई योजनायें सामिल है.
  10. भारत अपने आर्थिक गतिवधियो को भी सुधार कर रहा है. जिसके कारण भारत में बेरोजगारी खत्म होते जा रही है. 
















Sagar Kumar

नमस्कार मेरा नाम सागर कुमार है. मैंने अपना ग्रेजुएशन इंद्रा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी से किया हूं। मै एक अध्यापक के साथ ही एक ब्लॉगर भी हूं, मै अपने ब्लॉग पर निबंध लेखन, पत्र लेखन इत्यादि से संबंधित जानकारियां डालता हूं। यदि आप भी अच्छे और सरल भाषा में निबंध चाहते है तो मुझे फॉलो कर सकते हैं। About.me Pintrest Quora

एक टिप्पणी भेजें

अगर आपको इस निबंध से सम्बंधित या किसी अन्य विषय पर निबंध चाहते है तो आप हमें कमेंट में बता सकते हैं।

और नया पुराने