मेरे जीवन का लक्ष्य - निबंध, Mere Jivan Ka Lakshya
मानव जीवन बहुत ही अनमोल
इश्वर के द्वारा दिया गया एक वरदान है. मानव एक बुद्धिशील प्राणी है, जिसका जन्म
लेने से उसका कर्तब्य बनता हैं. मानव जीवन हमे लक्ष्य को पूरा करने के लिए ही मिला
हैं. मानव को इस संसार में आने का एक उदाश्य लेते हैं.
मुझे भी अपने जीवन में कुछ
लक्ष्य को तय करना है, क्योंकी मैं अपने जीवन को इसे व्यर्थ में जाने नहीं दे
सकता. यह सब मैं इसलिए भी करना चाहता हूँ ताकि मेरे मृत्यु के पश्चात भी लोग मेरे
किये गय कार्य को याद रख सके.
मुझे एक समाज सेवक बनना है.
यह सुनने में बहुत ही आश्चर्यजनक हो सकती है की आज के मॉडर्न युग में जहाँ अधिकतर
युवा डॉक्टर, इंजिनियर और साइंटिस्ट बनने के प्रयास में लगे हुए है, वहां पर मेरा
लक्ष्य काफी अजीब प्रतीत होता हैं.
मुझे लोगो की सेवा करने में
अत्यधिक खुसी मिलते है, जिसके कारण ही मैं एक समज सेवक बनना पसंद करूँगा. मुझे धन
कमाने का कोई भी लालच नहीं है, मैं समाज में पीड़ित, गरीब, बेह्सहाय लोगो की सेवा
करना चाहता हु ताकि वह भी अन्य लोगो के तरह अपना जीवन सामान्य तरीके से व्यतीत कर
सके.
आजादी के इतने वर्षो के बाद
भी जब मैं अपने समाज को देखता हूँ तो मेरा मन अत्यधिक भयभीत हो उठता है. समाज में
परिवर्तन लाने के नाम पर राजनेताओं के द्वारा जनता को उल्लू बनाया जा रहा हैं. जिस
कारण आज भारत में अधिकतर युवा बेरोजगारी का शिकार होते हैं.
मैं एक समाज सेवी संस्था को
बनाकर लोगो को मुफ्त में शिक्षा, चिकित्सा की सुविधा प्रदान करना चाहता हूँ, साथ
में गरीब बच्चो को भोजन खिलाना चाहता हूँ. बहुत से ऐसे भी बच्चे है जो की विद्यालय
नहीं जाते है और छोटी उम्र में ही बाल मजदूरी करते हैं. इन बच्चो को मैं मुख्या
में शिक्षा प्रदान करके उन्हें अपने पैरो पर खड़ा कराना चाहूँगा. यह सब सोचने पर ही
मेरे मन को काफी अच्छा लगता हैं. आज समाज में बहुत समस्या है, जिनको सही करना काफी
कठीन है परन्तु किसी न किसी को कदम उठाकर इन समस्या का संधान करना ही होगा.
इसलिए मैं इन समस्या का
सामना करने के लिए तैयार हूँ, भले ही मेरे रास्ते में कितने भी समस्या क्यों न आ
जाये. मैं हमेसा साहसपूर्वक आगे के तरफ अपना कदम बढ़ता जाऊँगा और समाज में आने वाले
समस्या का समाधान करूँगा. मुझे आसा है की मेरे जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करने में
इश्वर मेरा साथ देंगे।
मेरे जीवन का लक्ष्य निबंध 10 लाइन
- इंसान को अपना लक्ष्य बनाना काफी जरूरी होता है।
- बिना लक्ष्य के इंसान किसी भूल भटके व्यक्ति के समान होते हैं।
- मैंने भी अपने जीवन का लक्ष्य बनाया है ताकि मेरा जीवन व्यर्थ में न जाए।
- जहां आजकल बहुत से लोग इंजीनियर, डॉक्टर और वैज्ञानिक बनना चाहते हैं।
- वहां पर मै एक समाजसेवक बनना पसंद करूंगा, क्योंकि मै समाज सेवी बनकर लोगो की सेवा करना चाहता हूं।
- एक समाजसेवक बनकर मै विभिन्न प्रकार के कार्य को करूंगा।
- सबसे पहले मै गरीब बच्चो को पेट भर के खान और मुफ्त विद्यालय में शिक्षा दिलाऊंगा।
- गावों में जहां अस्पताल नहीं होते है, वहां पर छोटे मै छोटे क्लीनिक खुलवाऊंगा ताकि गरीब लोग अपना इलाज करवा सके।
- मैं सामाजिक संस्था भी बनाऊंगा ताकि मेरे इस लक्ष्य की प्राप्ति में अन्य लोग भी योगदान दे सके।
- आशा करता हूं कि मेरे लक्ष्य को प्राप्त करने में ईश्वर भी मेरी मदद करेंगे।