चिड़ियाघर की सैर पर निबंध हिंदी में - {2022}
चिड़ियाघर के सैर पर निबंध
चिड़ियाघर का भ्रमण
जब मैं घर आकर अपने पिताजी से कही घूमने का प्रस्ताव रखा तब मेरे पिताजी ने चिड़ियाघर जाने का सुझाव दिया तब मैं तुरंत हाँ कर दिया। मैं और मेरे पिताजी जल्दी से तैयार होकर चिड़ियाघर की सैर पर घर से बाहर निकले।
हमने एक बस को पकड़ने का निर्णय किया। जब हमने बस को पकड़ा तो बस हमे दो घंटे में ही चिड़ियाघर पहुँचा दिया । जिसके बाद मेरे पिताजी ने जल्दी से दो टिकट ली और टिकट लेने के बाद हम प्रवेश द्वार तक पहुच गए।
जब हम चिड़ियाघर के अंदर गए तो हमे बहुत बड़े - बड़े विशालकाय पिंजरेनुमा स्थान देखने को मिले। इसके साथ ही कई पंछियो की लगातार आवाज आ रही थी। इसमें से कई पंछियो को मैं जानता था; जैसे मैना, तोता, कोयल, तीतर।
प्रत्येक पिंजरे एक पट्टिका पर उनमे निवाश करने वाली चिड़िया का नाम लिखा था। जिस पंछियो का नाम मैं नहीं जानता था, उन्हें भी मैं आसानी से पट्टिका पर लिखे हुए नाम से उनका नाम भी जान लेता था।
हम आगे लगातार चिड़ियाघर की सैर करते ही रहे। जब हम थोड़ा आगे गए तो हमने सुन्दर बतखें को भी देखा जो की पानी पर तैर रहे थे। बतखें के साथ ही सुन्दर हंस भी तैर रहे थे जो की देखने में काफी प्यारे लग रहे थे।
जब हम आगे बढे तो हमने हिरण के झुण्ड को देखा उसमे से मुझे एक हिरन का सींघ और उसकी आँखें काफी प्यारी लगी। मैं उस हिरण के थोड़ा नजदीक गया और बहुत सारे फोटो लिया। जिसके बाद हम आगे बढ़ गए।
जब मैं आगे बढ़ा तो मेरे पिताजी मुझे कंगारू के पास ले गए। कंगारू बहुत लंबी लंबी छलांगे लगा रहा था। कंगारू के पेट में एक विचित्र सी थैली थी। हमारे अध्यापक ने बताया था कि इसमें कंगारू अपने बच्चे को रखते हैं।
जब हम कंगारू को देख रहे थे, तभी हम एक भयंकर आवाज सुनाई देती है। यह आवाज जंगल के राजा शेर की थी। शेर काफी भूखा था, जल्द ही चिड़ियाघर के एक कर्मचारी कुछ बड़े से मॉस के टुकड़े को लाया और शेर के पिंजरे में सावधानीपूर्वक फेक दिया। शेर उस पर टूट पड़ा और जल्द ही उसने पुरे मांस को खत्म कर दिया।
तभी पिताजी ने मुझसे हांथी के सवारी के बारे में पूछा, तब मैंने अपनी सहमति दिखाते हुए तुरंत हाँ कर दिया। मैं एक हांथी पर बैठा और उसकी खूब सवारी भी की। हांथी की सवारी करने के बाद हम काफी अधिक थक गए थे। हमने चिड़ियाघर के एक कोने में जाकर लांच और वही पर थोड़ी देर आराम किया।
जल्द ही शाम होने वाली थी। जिसके बाद हमने घर जाने का कार्यक्रम बनाया। हम साढ़े चार बजे चिड़ियाघर की सैर करके बाहर निकल आए और एक बस में सवार होकर घर लौट आये।मेरे लिए यह काफी अच्छा अनुभव था।
चिड़ियाघर पर निबंध 10 लाइन
- मुझे अलग अलग जगह पर घूमना काफी पसंद है।
- आज मैं अपने पिताजी के साथ चिड़ियाघर के सैर पर का रहा हूं।
- हमने अपना सामान को पैक करके घर से निकले।
- जब हम जा रहे थे तभी मेरा छोटा भाई भी चिड़ियाघर जाने के जिद्द करने लगा।
- मेरे पिताजी ने उसे भी साथ ले जाने का निश्चय किया।
- हम एक बस पकड़ के चिड़ियाघर मात्रा दो घंटे में आ गए।
- चिड़ियाघर आने के बाद हमने बहुत सारे जानवरो को देखा जिसमे हिरण, जिराफ, शेर इत्यादि जानवर थे।
- हम चिड़ियाघर की सैर करते वक्त काफी थक गए थे, जिसके कारण हम एक स्थान पर बैठ कर आराम किया।
- आराम करने के बाद हमने अपने घर जाने का निश्चय किया।
- फिर हम एक ट्रेन को पकड़कर अपने घर वापस आ गए।